शनिवार, 27 नवंबर 2010

pyari titli

रंग बिरंगी ,नीली -पीली
चंचल ,चपल -थिरकती तितली ;
फूल के ऊपर छतरी बनकर
नाच रही है प्यारी तितली ;
टिंकू, मिंकू , पिंकी -चिंकी
 सबको लगती प्यारी तितली;
ललचाकर है पास बुलाती
पास बुलाकर खुद उड़ जाती
बच्चों की है हँसी उड़ाती
फिर भी जग से न्यारी तितली ;
रंग बिरंगी ,नीली-पीली
चंचल चपल ,थिरकती तितली .

2 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

bachchon ka titli ke prati jo sneh hai use aap bahut achhi tarah se jan payee hain aur bahut hi sunderta se aapne is aakarshan ko abhivyakti bhi dee hai .

जयंत - समर शेष ने कहा…

सुन्दर लगी ये कविता..
बच्चों के लिए बहुत अच्छी है.