टॉमी -जॉनी
दो चूहे थे टॉमी-जॉनी
हर पल करते थे शैतानी;
कभी किसी के कपडे काटें
कभी वो रोटी लेकर भागें ;
एक दिन आ गयी बिल्ली रानी
दोनों को हो गयी परेशानी ;
कैसे इससे जान बचाएं ?
कैसे फिर से धूम मचाएं ?
इतने में आ गया गृह स्वामी ;
भागी देख के बिल्ली रानी ,
चूहों ने फिर मन में ठानी
नहीं करेंगे अब मनमानी ;
गृह स्वामी ने हमें बचाया
हमको है अहसान चुकाना
कपडा-कागज न काटेंगे
रोटी लेकर न भागेंगे ;
अनुशासन से यहाँ रहेंगे
अच्छा हमको सभी कहेंगे .
शिखा कौशिक