टुकटुक कुत्ता टिमटिम बिल्ली
दोनों संग में पढ़ते थे ,
बात बात पर मैडम मैना से
सबकी चुगली करते थे .
एक दिन मैडम ने दोनों को
कड़ी धूप में खड़ा किया ,
एक हाथ में छड़ी बड़ी ले
दोनों को ये सबक दिया ;
एक दूजे की निंदा करना
अच्छी बात नहीं होती !
चलो क्लास रूम में वापस
म़त रखो सूरत रोती .
दोनों ने फिर माफ़ी मांगी
अपनी अपनी पूछ हिलाई
सरपट भागे क्लास रूम को
अक्ल आज उनको आई .
दोनों संग में पढ़ते थे ,
बात बात पर मैडम मैना से
सबकी चुगली करते थे .
एक दिन मैडम ने दोनों को
कड़ी धूप में खड़ा किया ,
एक हाथ में छड़ी बड़ी ले
दोनों को ये सबक दिया ;
एक दूजे की निंदा करना
अच्छी बात नहीं होती !
चलो क्लास रूम में वापस
म़त रखो सूरत रोती .
दोनों ने फिर माफ़ी मांगी
अपनी अपनी पूछ हिलाई
सरपट भागे क्लास रूम को
अक्ल आज उनको आई .
4 टिप्पणियां:
सही बात .....शिखा दी
bahut sundar prerak kavita..
शिखा जी.................बुत अच्छी कविता....................
लगता है इन पूंछ वालों से अच्छी दोस्त कर रखी है ...मैंने भी !
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