रंग बिरंगी ,नीली -पीली
चंचल ,चपल -थिरकती तितली ;
फूल के ऊपर छतरी बनकर
नाच रही है प्यारी तितली ;
टिंकू, मिंकू , पिंकी -चिंकी
सबको लगती प्यारी तितली;
ललचाकर है पास बुलाती
पास बुलाकर खुद उड़ जाती
बच्चों की है हँसी उड़ाती
फिर भी जग से न्यारी तितली ;
रंग बिरंगी ,नीली-पीली
चंचल चपल ,थिरकती तितली .

शनिवार, 27 नवंबर 2010
मंगलवार, 16 नवंबर 2010
sapna
छोटी सी है एक बच्ची ;
अक्ल की नहीं है वह कच्ची;
नाम है उसका सपना ;
सब को समझती है वो अपना.
कक्षा में जब भी जाती है ;
सबको खूब हसाती है; अच्छी-अच्छी बाते
कर सबका मन बहलाती है.
घर पर आकर माँ क़ा हाथ बटाती है;
फिर स्कूल क़ा सारा काम निबटाती है;
अच्छे बच्चे बन सकते हो तुम सब कैसे ?
बन जाओ बिलकुल सपना के जैसे.
अक्ल की नहीं है वह कच्ची;
नाम है उसका सपना ;
सब को समझती है वो अपना.
कक्षा में जब भी जाती है ;
सबको खूब हसाती है; अच्छी-अच्छी बाते
कर सबका मन बहलाती है.
घर पर आकर माँ क़ा हाथ बटाती है;
फिर स्कूल क़ा सारा काम निबटाती है;
अच्छे बच्चे बन सकते हो तुम सब कैसे ?
बन जाओ बिलकुल सपना के जैसे.
मंगलवार, 9 नवंबर 2010
cheeti v sher
चीटी को देखो- चीटी को देखो
खुद करती है अपना काम;
अपनी मेहनत और लगन
से बनती है धनवान.
शेर को देखो
खुद करता है
अपना शिकार;
जो दूजे के सहारे बैठा
वो रहता बिलकुल बेकार
इससे कुछ सीखो.
खुद करती है अपना काम;
अपनी मेहनत और लगन
से बनती है धनवान.
शेर को देखो
खुद करता है
अपना शिकार;
जो दूजे के सहारे बैठा
वो रहता बिलकुल बेकार
इससे कुछ सीखो.
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