सोमवार, 11 अप्रैल 2011

प्रॉमिस

प्रॉमिस
पिंकी -चिंकी -टिंकू 
पार्क खेलने जाते ,
टॉफी-चॉकलेट के रैपर  
वहां फेंक कर आते ,
पार्क गन्दा हो जाता था 
फिर भी न शरमाते .

एक दिन पिंकी की मम्मी भी 
उनके साथ गयी थी ,
उन्होंने उनकी ये आदत 
जल्दी नोट करी थी .

कसकर   फिर तीनों को 
अच्छी डांट लगाई,
रखो साफ सफाई 
यही बात समझाई .

तीनों ने प्रॉमिस की उनसे 
रखेंगें हम ध्यान   ,
जिससे होता हो प्रदूषण 
नहीं करेंगे काम .
   

3 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

bachchon ko ye bate sikhayee jani chahiye.bahut sundar bhavpoorn kavita.badhai.

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

तीनों ने प्रॉमिस की उनसे
रखेंगें हम ध्यान ,
जिससे होता हो प्रदूषण
नहीं करेंगे काम .
बहुत सुंदर और प्रेरणादायी पोस्ट शिखा जी बधाई और शुभकामनाएं |

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

:) pyari si rachna.....