शनिवार, 19 मार्च 2011

शेरू की होली पर अनोखी सजा !


शेरू की होली पर अनोखी सजा !
गुल्लू बन्दर उड़ा रहा है,
गगन में पीला लाल गुलाल,
चुन्नी बिल्ली ले पिचकारी
मचा रही है बड़ा धमाल !

गुल्लू और चुन्नी  ने देखों
दो गुब्बारे दिए उछाल,
नीचे आते आते कर गए
शेरू शेर को पीला लाल!

खुद को पीला लाल देखकर
शेरू को गुस्सा था आया ,
गुल्लू चुन्नी डर कर भागे
पर शेरू उन्हें पकड़ ही लाया .

बोला शेरू फिर गुर्राकर
तुम दोनों को सजा मिलेगी ,
मेरी गुफा में चलना होगा
वहीँ सजा ये पता चलेगी !

दोनों डरते डरते पीछे
शेरू के फिर साथ चल दिए ,
गुफा के अन्दर जब वे पहुंचे
वे दोनों हैरान रह गए !

गुफा में सारे पशु पक्षी मिल
होली खूब मानते थे ,
बीच बीच में  गुझिया   
खाकर खूब आनंद मानते थे !

शेरू ने फिर से धमकाकर
उन दोनों को सजा सुनायी
खेलो गुफा के अन्दर होली
उनको मीठी गुझिया खिलवाई!

''आप सभी को होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाये '
                          शिखा कौशिक