डिम्पी बन्दर घर के अन्दर
म्यूजिक तेज बजाता था
मम्मी-डैडी के शोर से
सिर में दर्द हो जाता था !
मम्मी डैडी ने समझाया
धीरे जरा बजा लो
बोला डिम्पी मुंह बिगाड़कर
ऐसे नहीं मज़ा हो !
एक दिन डैडी से मिलने
डॉक्टर अंकल थे घर आये
डिम्पी की गन्दी आदत सुन
डॉक्टर अंकल पास बुलाये
बोले बेटा डिम्पी सुनलो
हो जाओगे तुम बहरे
नहीं सुनाई देगा तुमको
देखोगे बस सबके चेहरे !
डिम्पी के तब समझ में आया
माफ़ी मांगी जोड़ के हाथ
म्यूजिक सुनना धीमे स्वर में
बच्चों तुम भी रखना याद !
शिखा कौशिक 'नूतन '
मम्मी डैडी ने समझाया
धीरे जरा बजा लो
बोला डिम्पी मुंह बिगाड़कर
ऐसे नहीं मज़ा हो !
एक दिन डैडी से मिलने
डॉक्टर अंकल थे घर आये
डिम्पी की गन्दी आदत सुन
डॉक्टर अंकल पास बुलाये
बोले बेटा डिम्पी सुनलो
हो जाओगे तुम बहरे
नहीं सुनाई देगा तुमको
देखोगे बस सबके चेहरे !
डिम्पी के तब समझ में आया
माफ़ी मांगी जोड़ के हाथ
म्यूजिक सुनना धीमे स्वर में
बच्चों तुम भी रखना याद !
शिखा कौशिक 'नूतन '
2 टिप्पणियां:
interesting with encouraging effects .nice
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