तोता चाचा चले बाज़ार
साइकिल पर होकर सवार ,
साइकिल को नहीं किया चैक
साइकिल के थे फेल ब्रेक ,
तेज चलाकर जाते थे
हवा से वे बतियाते थे ,
तभी सामने दिखी थी बस
ब्रेक दिए थे हाथ से कस ,
हुई न जब धीमी रफ़्तार
छोड़ साइकिल भरी उड़ान ,
बस-साइकिल की हुई भिड़न्त
पिचकी साइकिल तोता जी दंग ,
याद ये रखना बात खास
पंख न होते हमारे पास ,
साइकिल पर जब हो सवार
ब्रेक चैक कर लो कई बार .
शिखा कौशिक 'नूतन''
1 टिप्पणी:
प्रभावशाली ,
जारी रहें।
शुभकामना !!!
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