गुडिया -गुड्डा
गुडिया रानी पायल पहने
पायल करती हैं छन छन
उसके हाथों की चूड़ी भी
बजती देखों हैं खन-खन .
गुड्डे राजा लेकर डमरू
बजा रहे हैं डम डम डम
सेहरा सिर पर चमक रहा है
चम् चम् चम् चम् चम् चम् .
गुडिया-गुड्डे की जोड़ी है
सुन्दरतम सुन्दरतम
आओ बन कर इनके साथी
धूम मचा कर खेलें हम .
शिखा कौशिक
2 टिप्पणियां:
bahut pyari bal kavita.shikha ji aapka jawab nahi.
अति सुंदर कविता
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